पुणे-सोलापुर हाईवे पर ट्रैफिक से राहत: पुणे-सोलापुर महामार्ग पर लगातार बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने हडपसर से यवत तक 25 किलोमीटर लंबे फ्लायओवर के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इस प्रोजेक्ट पर ₹5,262 करोड़ का खर्च आएगा और इसे महाराष्ट्र स्टेट इन्फ्रास्ट्रक्चर डेव्हलपमेंट कॉर्पोरेशन (MSIDC) के माध्यम से पूरा किया जाएगा। यह फ्लायओवर प्रोजेक्ट, वाघोली से शिरूर (पुणे-अहमदनगर हाइवे) और पुणे-अुरंगाबाद के बीच प्रस्तावित ग्रीनफील्ड हाइवे जैसे अन्य प्रोजेक्ट्स की तर्ज पर है, जिसका उद्देश्य लॉन्ग डिस्टेंस ट्रैवल को आसान बनाना और पुणे शहर की ट्रैफिक भीड़ को कम करना है। (पुणे-सोलापुर हाईवे पर ट्रैफिक से राहत)
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फ्लायओवर की विशेषताएं:
नया फ्लाईओवर छह लेन चौड़ा होगा। इसे मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्ग 65 पर बनाया जाएगा। इसके नीचे के राजमार्ग को भी छह लेन तक बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा, यवत से सोलापुर तक 6.5 किलोमीटर के हिस्से को भी छह लेन तक चौड़ा किया जाएगा।
यातायात व उद्योग को मिलेगा लाभ:
यह मार्ग कृषि उत्पादों, औद्योगिक माल और पुणे-सोलापुर के बीच अन्य व्यावसायिक यात्राओं के लिए बेहद अहम है। शहर के प्रवेश बिंदुओं के पास अक्सर भारी ट्रैफिक जाम देखा जाता है। इस फ्लायओवर से इन परेशानियों में बड़ी राहत मिलेगी।
निर्माण मॉडल और टोल व्यवस्था:
इस परियोजना को बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (BOT) मॉडल पर लागू किया जाएगा। फ्लाईओवर का उपयोग करने वाले वाहनों को टोल देना होगा, जिसे फास्टटैग, जीपीएस या अन्य उन्नत प्रणालियों से एकत्र किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा हर तीन साल में टोल दरों की समीक्षा की जाएगी।
फंडिंग और संभावित बदलाव:
राज्य सरकार मौजूदा सड़क के विस्तार के लिए धन मुहैया कराएगी, जबकि शेष कार्य सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से किया जाएगा। यदि प्रस्तावित पुणे मेट्रो लाइन के कारण फ्लाईओवर संरेखण को बदलने की आवश्यकता है, तो MSIDC को सरकार की मंजूरी लेनी होगी।
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