बांग्लादेश के सनातन जागरण मंच के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास को देश के राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस घटना ने बांग्लादेश में धार्मिक सहिष्णुता को लेकर बहस छेड़ दी है।चिन्मय कृष्ण दास पर आरोप है कि उन्होंने अपने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया, जिसके बाद उन पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया। चटगांव की अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया।
इस मुद्दे पर बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बयान दिया है। उन्होंने चिन्मय दास की तुरंत रिहाई की मांग करते हुए बांग्लादेश में सभी धर्मों के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं देश की धार्मिक एकता को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
भारत सरकार ने भी इस मामले पर चिंता जताई है और बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों और अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया है। यह घटना धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों पर गंभीर सवाल खड़े करती है।