पुणे: शहर भर में, व्यस्त वाणिज्यिक क्षेत्रों से लेकर आवासीय इलाकों तक, फेरीवालों और अवैध संरचनाओं की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन इनके खिलाफ कोई आवाज नहीं उठा रहा है।
शहर की लगभग सभी सड़कों पर फेरीवालों और अवैध निर्माण का अतिक्रमण हो गया है। इससे परेशान नागरिक पुणे नगर निगम (पीएमसी) की निष्क्रियता पर नाराजगी जता रहे हैं।
अतिक्रमण में इस वृद्धि का कारण पीएमसी में निर्वाचित सदस्यों की अनुपस्थिति को बताया जा रहा है। नागरिकों का मानना है कि पीएमसी ने इस समस्या की ओर से आंखें मूंद ली हैं।
निवासियों का दावा है कि हाल के महीनों में जवाबदेही की कमी के कारण स्थिति और बिगड़ गई है। प्रशासन अब किसी के प्रति जवाबदेह नहीं है, जिससे लापरवाही का माहौल बन गया है। फेरीवालों और अवैध संरचनाओं की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन इसके खिलाफ कोई आवाज नहीं उठा रहा है।
हालांकि पीएमसी अधिकारी माधव जगताप ने कहा कि पीएमसी नियमित रूप से अतिक्रमण हटाने के अभियान चला रहा है। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि चुनावी ड्यूटी के कारण हाल के हफ्तों में स्टाफ का ध्यान भटक गया था। उन्होंने कहा, “चुनावों के दौरान अतिक्रमण अभियान धीमा हो गया था, लेकिन अब हमारी टीम जल्द ही कार्रवाई शुरू करेगी ताकि सड़कों को अवैध संरचनाओं से मुक्त कराया जा सके।”