लखनऊ : समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जामा मस्जिद विवाद पर भाजपा और राज्य सरकार को निशाने पर लिया। उनका आरोप है कि भाजपा ने इस विवाद को जानबूझकर बढ़ावा दिया है ताकि आगामी चुनावों में मतदान की अनियमितताओं से ध्यान हटाया जा सके। यादव ने कहा कि विवादित स्थल पर न्यायालय द्वारा किए गए सर्वेक्षण को जानबूझकर सुबह के समय रखा गया था ताकि चुनावी चर्चा से ध्यान भटकाया जा सके।
यह विवाद उत्तर प्रदेश के संभल जिले में स्थित जामा मस्जिद से जुड़ा है। एक स्थानीय अदालत द्वारा मस्जिद के सर्वेक्षण का आदेश दिया गया था, जिसमें यह दावा किया गया था कि यहां एक प्राचीन मंदिर खड़ा था जिसे मुघल सम्राट बाबर ने 1529 में नष्ट किया। सर्वेक्षण के दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस के साथ झड़पें हुईं, जिससे इलाके में तनाव बढ़ गया। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने इस स्थिति का लाभ उठाते हुए धार्मिक भावनाओं को उकसाया और राज्य में अशांति फैलाई, ताकि चुनावी गड़बड़ियों पर चर्चा को दबाया जा सके।
इस विवाद ने साम्प्रदायिक तनाव को और बढ़ा दिया है, क्योंकि यह मुद्दा न केवल धार्मिक स्थल के पुनर्निर्माण को लेकर है, बल्कि स्थानीय राजनीति और चुनावी रणनीतियों से भी जुड़ा हुआ है।