नई दिल्ली : हाल ही में, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने पैकेज्ड पानी और मिनरल वॉटर को ‘हाई रिस्क फूड’ की श्रेणी में डाला है। यह खबर चौंकाने वाली हो सकती है, क्योंकि पैकेज्ड पानी को आमतौर पर शुद्ध और सुरक्षित माना जाता है। आइए समझते हैं कि इसका क्या मतलब है और इसके पीछे कारण क्या हैं।
‘हाई रिस्क फूड’ का क्या मतलब है?
‘हाई रिस्क फूड’ श्रेणी में वे खाद्य पदार्थ आते हैं जिनके खराब होने या संक्रमण फैलाने का खतरा अधिक होता है। इनमें बैक्टीरिया, वायरस या अन्य हानिकारक सूक्ष्मजीव जल्दी विकसित हो सकते हैं। इस श्रेणी में दूध, मांस, समुद्री भोजन, और अब पैकेज्ड पानी व मिनरल वॉटर को भी शामिल किया गया है।
पैकेज्ड पानी को ‘हाई रिस्क’ क्यों घोषित किया गया?
- सुरक्षा मानकों में कमी:
कई बार पैकेज्ड पानी उत्पादकों द्वारा गुणवत्ता मानकों का पालन नहीं किया जाता।
- संक्रमण का खतरा:
पानी के स्रोत और पैकेजिंग प्रक्रिया में बैक्टीरिया और अन्य हानिकारक पदार्थ मिल सकते हैं।
- जांच की कमी:
बाजार में बिकने वाले सभी ब्रांड नियमित और कठोर जांच से नहीं गुजरते, जिससे प्रदूषण का खतरा बढ़ता है।
- प्लास्टिक की गुणवत्ता:
पैकेजिंग में उपयोग होने वाला प्लास्टिक पानी में हानिकारक रसायन छोड़ सकता है।
FSSAI का उद्देश्य क्या है?
FSSAI का उद्देश्य उपभोक्ताओं को सुरक्षित खाद्य और पेय पदार्थ प्रदान करना है।
निगरानी बढ़ाना: ‘हाई रिस्क’ श्रेणी में डालने से इन उत्पादों की निगरानी और गुणवत्ता जांच में सख्ती होगी।
उत्पादकों की जवाबदेही: पानी की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए उत्पादकों को अधिक जिम्मेदार बनाया जाएगा।
पैकेज्ड पानी का उपयोग करते समय सावधानियां
- ब्रांड का चयन करें: हमेशा प्रमाणित और भरोसेमंद ब्रांड का पानी खरीदें।
- IS:14543 मानक देखें: यह BIS (भारतीय मानक ब्यूरो) का संकेत है कि पानी गुणवत्ता मानकों पर खरा उतरता है।
- बोतल पर निर्माण और समाप्ति तिथि जांचें।
- प्लास्टिक पर रिसाइक्लिंग नंबर देखें: कम गुणवत्ता वाली प्लास्टिक हानिकारक हो सकती है।
क्या हैं विकल्प?
- फिल्टर्ड पानी: घर में RO या UV फिल्टर का उपयोग करें।
- उबालकर पानी पीना: यह सबसे सुरक्षित और पारंपरिक तरीका है।
- स्टील या कांच की बोतल का उपयोग करें: प्लास्टिक के उपयोग से बचें।
पैकेज्ड पानी और मिनरल वॉटर का ‘हाई रिस्क फूड’ में शामिल होना हमारे लिए सतर्कता का संकेत है। उपभोक्ताओं को पानी खरीदते समय अधिक जागरूक होना चाहिए और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उपाय अपनाने चाहिए। यह कदम FSSAI द्वारा पानी की गुणवत्ता में सुधार और जनता के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है।