पुणे: भारत के पहले सार्वजनिक गणपति ‘श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति’ मंदिर में त्रिपुरारी पूर्णिमा के उपलक्ष्य में भव्य दीपोत्सव और तुलसी विवाह का आयोजन हुआ। गणपति बाप्पा को पंच पकवानों, फलों, और 56 प्रकार के भोग अर्पित किए गए। भोग की आकर्षक झांकी सजाई गई, जिसने भक्तों का मन मोह लिया।
श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी ट्रस्ट ने सामाजिक दायित्व निभाते हुए बाप्पा को अर्पित भोग का वितरण विभिन्न सामाजिक संस्थाओं को प्रसाद के रूप में करने का निर्णय लिया। यह प्रसाद दत्तवाड़ी स्थित देवतारू आश्रम, मुलशी क्षेत्र की आदिवासी बस्तियों में रहने वाले छात्रों, पौड स्थित ‘डोनेट ऐड’ संस्था और भाजे के बालग्राम केंद्र में वितरित किया जाएगा।
दीपों से सजा मंदिर:
त्रिपुरारी पूर्णिमा के अवसर पर श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति मंदिर को दीपों और फूलों से सजाया गया। कांच की ग्लासों में जलाए गए दीपों से मंदिर जगमगा उठा। इस अवसर पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। समारोह में ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।