Chhaava movie review: निर्देशक लक्ष्मण उतेकर की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘छावा’ सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। यह फिल्म छत्रपति संभाजी महाराज की वीरता, संघर्ष और बलिदान की कहानी को बड़े पर्दे पर प्रभावशाली तरीके से पेश करती है। ऐतिहासिक फिल्मों के शौकीनों के लिए यह एक शानदार अनुभव है, जिसमें भव्य सेट, दमदार एक्शन और जोशीले संवाद देखने को मिलते हैं।
फिल्म की कहानी छत्रपति शिवाजी महाराज के पराक्रम से आगे बढ़ती है और उनके पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर केंद्रित है। संभाजी महाराज ने पूरे 9 साल तक मुगल सम्राट औरंगजेब से डटकर मुकाबला किया और कभी हार नहीं मानी। उनकी इसी वीरता के कारण उन्हें ‘छावा’ (शेर का बच्चा) कहा जाता है। यह कहानी मराठी के प्रसिद्ध लेखक शिवाजी सावंत के ऐतिहासिक उपन्यास ‘छावा’ पर आधारित है, जिसमें युद्ध, राजनीति और षड्यंत्र को भव्य तरीके से दिखाया गया है। (Chhaava movie review)
लक्ष्मण उतेकर ने इस ऐतिहासिक गाथा को बड़े कैनवास पर प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया है। फिल्म की शुरुआत ही एक रोमांचक युद्ध दृश्य से होती है, जो दर्शकों को पूरी तरह से कहानी में जोड़ देता है। युद्ध दृश्यों की कोरियोग्राफी शानदार है, जो फिल्म को दमदार बनाती है। सौरभ गोस्वामी की सिनेमैटोग्राफी फिल्म की भव्यता को और बढ़ाती है। ए. आर. रहमान का बैकग्राउंड स्कोर कहानी में गहराई लाता है, हालांकि कुछ गाने फिल्म की थीम से मेल नहीं खाते।
अभिनय की बात करें तो विक्की कौशल ने छत्रपति संभाजी महाराज के किरदार को पूरी शिद्दत से निभाया है। उनकी बॉडी लैंग्वेज, संवाद अदायगी और जोश से भरा अभिनय काबिले तारीफ है। अक्षय खन्ना ने औरंगजेब की भूमिका में शानदार प्रदर्शन किया है। उनके वन-लाइनर्स और प्रभावशाली हाव-भाव उनके किरदार को दमदार बनाते हैं। आशुतोष राणा और विनीत कुमार ने भी अपने-अपने किरदारों में बेहतरीन अभिनय किया है।