पुणे एयरपोर्ट विस्तार : हवाई यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुणे एयरपोर्ट का विस्तार किया जाएगा। इसके लिए 200 एकड़ जमीन की जरूरत है, जिसमें से 25 एकड़ जमीन संरक्षण विभाग से ली जाएगी, जबकि 65 एकड़ निजी जमीन हस्तांतरित की जाएगी। शेष जमीन के लिए बातचीत चल रही है, यह जानकारी सोमवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। मुरलीधर मोहोल पुणे एयरपोर्ट सलाहकार समिति की बैठक और उड़ान यात्रा कैफे के उद्घाटन के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। (पुणे एयरपोर्ट विस्तार)
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मोहोल ने कहा कि पुणे एयरपोर्ट रनवे के विस्तार के लिए ओएलएस सर्वे किया गया है। इसके लिए सभी विभागों के साथ बैठकें चल रही हैं। उन्होंने कहा कि रनवे विस्तार के लिए लगभग 200 एकड़ जमीन की जरूरत है। इसमें 25 एकड़ जमीन संरक्षण विभाग से मांगी गई है। बदले में संरक्षण विभाग को अलग जमीन मिलेगी। संरक्षण विभाग ने इस मांग पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। साथ ही 65 एकड़ निजी जमीन को लेकर बातचीत चल रही है। जमीन अधिग्रहण का काम राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। एयरपोर्ट से सटी सड़क एयरपोर्ट क्षेत्र में आएगी। उस सड़क के लिए वैकल्पिक सड़क बनानी होगी। इसके लिए पीएमसी 65 करोड़ रुपये खर्च करेगी। मोहोल ने यह भी बताया कि कार्गो के लिए अलग से व्यवस्था होगी।
उड़ान योजना के तहत छोटे शहरों को बड़े शहरों से जोड़ा जा रहा है। पिछले दो सालों में इस योजना के तहत देशभर में 1.5 करोड़ यात्रियों ने हवाई यात्रा की है। यह योजना अगले 10 सालों तक जारी रहेगी। मुरलीधर मोहोल ने यह भी भरोसा जताया कि अगले पांच सालों में इस योजना के तहत करीब 4 करोड़ यात्री हवाई यात्रा करेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि 2047 तक देश में 400 एयरपोर्ट होंगे।
पुणे मेट्रो को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। आने वाले समय में मेट्रो नेटवर्क को एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा। खड़कवासला से खराडी मेट्रो रूट को एयरपोर्ट से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। इस संबंध में महामेट्रो को डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।