वैष्णवी हगवणे केस की पूरी सच्चाई: 23 वर्षीय वैष्णवी हगवणे की दुखद मृत्यु ने पूरे महाराष्ट्र में हड़कंप मचा दिया है। दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा के इस मामले ने जनता में व्यापक आक्रोश पैदा किया है। निलंबित एनसीपी (अजित पवार गुट) नेता राजेंद्र हगवणे की बहू वैष्णवी की 16 मई को पुणे के मुलशी तालुका के भुकुम में अपने ससुराल में मृत पाया गया था। (वैष्णवी हगवणे केस की पूरी सच्चाई)
व्हाट्सएप पर लेटेस्ट अपडेट चैनल को आज ही फॉलो करें:
https://whatsapp.com/channel/0029Vb2Z6498F2pHMwM9YA1S
16 मई को क्या हुआ था?
पुलिस के अनुसार, वैष्णवी को उसके घर में फांसी पर लटका हुआ पाया गया था। शुरुआती रिपोर्ट्स में आत्महत्या का जिक्र था, लेकिन उसके परिवार का आरोप है कि उसके पति शशांक हगवाने और ससुराल वालों द्वारा सालों से दहेज की मांग को लेकर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना की जा रही थी।
वैष्णवी के पिता आनंद कास्पटे ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है जिसमें आरोप लगाया गया है कि उनकी बेटी को दहेज के लिए बार-बार मारपीट और अपमान का सामना करना पड़ता था।
कास्पटे परिवार का दावा है कि उन्होंने शादी के समय 51 तोला सोना, टोयोटा फॉर्च्यूनर एसयूवी, चांदी के बर्तन, कई महंगे उपहार भी दिए थे। इसमें ₹1.2 लाख की घड़ी भी शामिल है। इसके बावजूद भी उत्पीड़न जारी रहा। वैष्णवी के ससुराल वालों की तरफ से नई मांगों में जमीन की खरीदारी के लिए ₹2 करोड़ की मांग भी शामिल थी। कास्पटे ने बताया कि जब उन्होंने वैष्णवी के शरीर पर चोट के निशान के बारे में पूछा तो ससुराल वालों ने कहा था, “हमने पहले भी कहा है – हमें पैसे चाहिए। हम आपकी बेटी को यहां मुफ्त में नहीं रहने देंगे।”
7 दिन बाद मिला वैष्णवी हगवणे का 9 महीने का बच्चा, गोद में लेते ही नानाजी की आंखों में आंसू
प्रेम विवाह से शुरू हुआ सफर बना दुःस्वप्न
वैष्णवी और शशांक का रिश्ता प्रेम विवाह से शुरू हुआ था, जिसका शुरू में उसके परिवार ने विरोध किया था। बाद में परिवार ने समर्थन दिया और भव्य समारोह के साथ शादी संपन्न हुई। लेकिन जल्द ही परेशानियां शुरू हो गईं।
गर्भावस्था के दौरान आरोप और प्रताड़ना
अगस्त 2023 में गर्भावस्था के दौरान जब वैष्णवी ने अपने पति को यह खुशखबरी दी, तो शशांक ने उस पर चरित्रहीनता का आरोप लगाया और कहा कि यह बच्चा उसका नहीं है। इससे एक और प्रताड़ना की लहर शुरू हुई। उसे पीटा गया, घर से निकाल दिया गया और उसे अपने मायके वापस जाना पड़ा। 27 नवंबर 2023 को तनाव सहन न कर पाने के कारण उसने कथित तौर पर जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। उसे AIIMS में चार दिन तक भर्ती करना पड़ा, जिस दौरान उसके ससुराल वाले कभी मिलने नहीं आए।
“मैंने गलती कर दी”
वैष्णवी के मामा ने बताया कि वैष्णवी को शशांक से शादी करने का अफसोस था। “उसने मुझसे कहा था, ‘मामा, मैंने बहुत बड़ी गलती कर दी है।'” परिवार का दावा है कि शादी से पहले की बातचीत के दौरान भी दहेज की मांगें आक्रामक थीं – हगवणे परिवार ने शुरू में बुक की गई MG हेक्टर कार के बजाय फॉर्च्यूनर की मांग की थी।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलासा
प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में वैष्णवी के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। वैष्णवी के परिवार को शुरू से ही आत्महत्या पर संदेह था और अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी इसी दिशा में इशारा कर रही है।
वैष्णवी के पिता ने हत्या की शिकायत में पति शशांक हगवणे, ससुर राजेंद्र हगवणे, सास लता हगवणे और ननद करिश्मा हगवणे पर गंभीर आरोप लगाएं है।
राजनीतिक कार्रवाई और जांच
घटना के बाद शशांक हगवणे को एनसीपी से निलंबित कर दिया गया है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रुपाली चाकणकर ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लिया है और पुणे पुलिस को विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं।
रुपाली चाकणकर ने स्पष्ट किया है कि राजेंद्र हगवणे का कोई आधिकारिक पार्टी पद नहीं है और दोषी पाए जाने वाली कोई भी व्यक्ति कार्रवाई से नहीं बचेगी। “हम किसी भी आरोपी की सुरक्षा नहीं करेंगे, चाहे उनकी राजनीतिक संबद्धता कुछ भी हो,” रुपाली चाकणकर ने कहा।
अब तक क्या-क्या कार्रवाई हुई है?
पुलिस ने पहले ही शशांक, उसकी मां लता और बहन करिश्मा को हिरासत में ले लिया है और आगे की जांच जारी है। कई लोग सख्त कार्रवाई और तेज कानूनी कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। इस मामले को दहेज मृत्यु और घरेलू हिंसा के गंभीर रूप में देखा जा रहा है।