महाबलेश्वर, वीकेंड की छुट्टी और बारिश से मिली राहत का फायदा उठाकर हजारों पर्यटक महाबलेश्वर की ओर रवाना हुए, लेकिन पर्यटन की यह खुशी जल्द ही मुसीबत में बदल गई. सड़कों पर घंटों फंसी गाड़ियां, गाड़ियों में फंसे छोटे बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं इन सबकी स्थिति बेहद दयनीय हो गई है. शनिवार-रविवार की छुट्टी के कारण महाबलेश्वर में पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी, लेकिन इस भीड़ को संभालने के लिए कोई पूर्व नियोजन नहीं किया गया था. इसका परिणाम यह हुआ कि पूरे महाबलेश्वर शहर में भयंकर ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई.
पर्यटक घंटों गाड़ियों में फंसे रहे, गर्मी और थकावट से लोग बेहाल हो गए. पुलिस और प्रशासन की ओर से ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई थी, जिससे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. एक पर्यटक ने कहा, “अगर महाबलेश्वर जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पर भी प्रशासन पूरी तरह असमर्थ हो, तो फिर पर्यटक क्यों आएं?” उन्होंने यह भी कहा कि हमारा समय, पैसा और यात्रा की सारी खुशी इस ट्रैफिक जाम में बर्बाद हो गई. कई लोगों ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए नाराजगी जताई और यह मांग की कि “अब तो प्रशासन को जागना ही होगा.”
दरअसल बारिश के मौसम में महाबलेश्वर घूमने का आनंद लेने के लिए, यहां कई ऐसे पर्यटक आते हैं जो इस मौसम का आनंद लेने और शांत वातावरण में कुछ समय बिताने के लिए आते हैं. इस दौरान, यह हिल स्टेशन सुंदर और शांत हो जाता है, जिससे यह ट्रैकिंग और प्रकृति से जुड़ने के लिए एक आदर्श स्थान बन जाता है. तापमान 20-25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, जो ट्रैकिंग और बाहरी गतिविधियों के लिए एकदम सही होता है. इस मौसम में, महाबलेश्वर के चारों ओर के दृश्य और अधिक सुंदर हो जाते हैं, कई झरने और छोटी नदियाँ इसे और भी आकर्षक बना देती हैं. हालांकि ट्रैफिक अब लोगों के लिए मुसीबत बन रहा है.