कुंडमळा पुल हादसा: महाराष्ट्र के मावळ तालुका स्थित कुंडमळा में रविवार (16 जून) को एक बड़ा हादसा हुआ, जब इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना लोहे का पुल भारी भीड़ के चलते अचानक टूट गया। हादसा दोपहर करीब 3:30 बजे हुआ, जब पुल पर 100 से 150 पर्यटक एक साथ मौजूद थे। अचानक पुल का मध्य भाग टूट गया और कई लोग नदी में गिर गए। (कुंडमळा पुल हादसा)
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अब इस दर्दनाक दुर्घटना से पहले का एक फोटो सामने आया है, जिसमें पुल पर अत्यधिक भीड़ देखी जा सकती है। तस्वीर में यह साफ दिखाई देता है कि पुल पर खड़े लोगों के लिए पांव रखने की भी जगह नहीं थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि ओवरलोडिंग के चलते ही यह पुल ध्वस्त हुआ।

अब तक इस हादसे में 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 52 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
दुर्घटना के समय कुंडमळा क्षेत्र में छुट्टी होने के कारण भारी संख्या में पर्यटक पहुंचे थे। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय युवकों ने साहसिक कदम उठाते हुए नदी में कूदकर कई लोगों की जान बचाई।
तलोजा पुलिस, दमकल विभाग, वन विभाग और NDRF की टीमों ने तुरंत मोर्चा संभाला और रातभर राहत-बचाव कार्य जारी रहा। सोमवार सुबह एनडीआरएफ ने सर्च ऑपरेशन समाप्त किया।
इस घटना ने प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। सवाल उठ रहा है कि इतनी भीड़ जमा होने के बावजूद पुल पर कोई निगरानी क्यों नहीं थी? क्यों कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई थी?
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