पुणे एयरपोर्ट देश के शीर्ष 10 सबसे व्यस्त एयरपोर्ट में शामिल है. पुणे देश का नौवां सबसे व्यस्त एयरपोर्ट बन गया है. पिछले वित्तीय वर्ष (2024-25) में लोहेगांव एयरपोर्ट से एक करोड़ चार लाख यात्रियों ने यात्रा की है. उल्लेखनीय है कि, एयरपोर्ट का क्षेत्रफल छोटा होने और रनवे की लंबाई कम होने के बावजूद पुणे एयरपोर्ट से 68 हजार उड़ानें हुई हैं. पिछले कुछ वर्षों से राज्य और केंद्र सरकार पुणे एयरपोर्ट के विकास को लेकर गंभीरता से प्रयास कर रहे हैं. फिलहाल पुराने टर्मिनल को बंद करके उस जगह को विकसित किया जा रहा है. इसलिए कुछ महीनों में यात्री क्षमता में और बढ़ोतरी होगी.
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने देश के शीर्ष 10 सबसे व्यस्त एयरपोर्ट की जानकारी जारी की है. देश का पहला सबसे व्यस्त एयरपोर्ट नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट है। यहां से सात करोड़ 92 लाख यात्रियों ने यात्रा की है. दूसरे नंबर पर मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है. मुंबई एयरपोर्ट से साढ़े पांच करोड़ यात्रियों ने यात्रा की है. बेंगलुरु स्थित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तीसरा सबसे व्यस्त एयरपोर्ट बन गया है.
पुणे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का कुल क्षेत्रफल 900 एकड़ है. यहां रनवे की लंबाई 2,550 मीटर है. शीर्ष दस व्यस्ततम एयरपोर्ट में छोटे क्षेत्रफल और रनवे की लंबाई के बावजूद यहां से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या ज्यादा है. अहमदाबाद एयरपोर्ट का क्षेत्रफल 3,500 एकड़ है और रनवे की लंबाई 3,500 मीटर है. यहां से 13.4 करोड़ यात्री यात्रा कर चुके हैं.
पुणे एयरपोर्ट देश के 35 शहरों के लिए उड़ानें संचालित करता है. इसमें तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शामिल हैं. पुणे एयरपोर्ट पर नया टर्मिनल खुलने से यात्री क्षमता में बढ़ोतरी हुई है. पुराने टर्मिनल को बंद करके उस जगह को विकसित किया जा रहा है. इसलिए कुछ महीनों में यात्री क्षमता में और बढ़ोतरी होगी. पुणे एयरपोर्ट के रनवे का विस्तार करने के प्रयास चल रहे हैं. इसके लिए सेना और कुछ निजी जमीनों से जमीन लेने का प्रयास चल रहा है. अगर ये सभी चीजें सफल होती हैं तो इससे पुणे से उड़ानों और यात्रियों की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी.