बांग्लादेश में इस्कॉन के सचिव चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के खिलाफ राष्ट्रीय ध्वज के अपमान और देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। यह मामला बांग्लादेश के झेंडा कानून (Flag Act) के तहत दर्ज किया गया है।
क्या है आरोप?
चिन्मय दास पर आरोप है कि उन्होंने बांग्लादेशी राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया। साथ ही, कुछ समूहों ने यह दावा किया है कि वह भारत की खुफिया एजेंसी रॉ और सत्तारूढ़ अवामी लीग के समर्थक हैं। मामले की शुरुआत सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक तस्वीर से हुई, जिसमें कथित तौर पर ध्वज के अपमान का आरोप लगाया गया। इस घटना ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे हमलों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया है।
इस्कॉन का पक्ष
इस्कॉन ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए इसे एक राजनीतिक साजिश बताया है। संस्था ने भारत और बांग्लादेश सरकार से मामले की निष्पक्ष जांच और चिन्मय दास की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग उठाई है।
यह मामला केवल कानूनी विवाद नहीं है, बल्कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर चिंता भी बढ़ा रहा है। हाल ही में एक हिंदू छात्र पर हुए हमले की खबरें भी सामने आई थीं। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने इन घटनाओं को लेकर चिंता व्यक्त की है।