नई दिल्ली : महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही सियासी गहमागहमी आज एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। दिल्ली में महायुति गठबंधन के नेताओं की बैठक हो रही है, जिसमें शिवसेना (शिंदे गुट), बीजेपी, और एनसीपी (अजित पवार गुट) के प्रमुख नेता शामिल हैं। यह बैठक मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर अंतिम फैसला करने के लिए बुलाई गई है।
विधानसभा चुनावों में महायुति ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए कुल 227 सीटें हासिल की हैं। इनमें से बीजेपी को 132 सीटें मिली हैं, जबकि शिवसेना को 54 और एनसीपी को 41 सीटों पर जीत हासिल हुई है। यह स्पष्ट बहुमत महायुति को सत्ता में लाता है, लेकिन मुख्यमंत्री पद का चेहरा अभी तय नहीं हो सका है।
एकनाथ शिंदे का रुख
मौजूदा मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने बैठक से पहले बयान दिया कि वह किसी भी सामूहिक निर्णय का सम्मान करेंगे और मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई बाधा नहीं बनेंगे। उन्होंने कहा, “ऐसा कोई पूर्व निर्णय नहीं हुआ था कि जिसकी ज्यादा सीटें होंगी, वही मुख्यमंत्री होगा। यह फैसला सभी दलों की सहमति से लिया जाएगा।”
बीजेपी का रुख और संभावित चेहरे
बीजेपी, जो महायुति में सबसे बड़ी पार्टी है, देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के लिए प्रमुख उम्मीदवार मान रही है। फडणवीस, जो पहले भी मुख्यमंत्री रह चुके हैं, पार्टी और गठबंधन के भीतर एक सशक्त चेहरा हैं। हालांकि, अजित पवार के एनसीपी गुट और शिवसेना की भूमिका को देखते हुए, अंतिम निर्णय बैठक के बाद ही होगा।
राजनीतिक समीकरण और संभावनाएं
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में सभी दलों के बीच तालमेल बनाए रखने और गठबंधन की स्थिरता को प्राथमिकता दी जाएगी। यह भी संभावना है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर रोटेशन पॉलिसी अपनाई जाए, जिससे सभी दलों को संतुष्ट किया जा सके।
यह बैठक महाराष्ट्र की राजनीति के भविष्य की दिशा तय करेगी। सभी की निगाहें दिल्ली पर हैं, जहां यह बड़ा निर्णय होने वाला है।