महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति को बड़ी सफलता मिली है, लेकिन महाविकास आघाड़ी और अन्य दल EVM में घोटाले के आरोप लगा रहे हैं। चुनाव परिणामों के बाद विपक्षी दलों ने EVM में गड़बड़ी का आरोप लगाया और इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। डॉ. के.एल. पॉल ने सुप्रीम कोर्ट में मतपत्रों के माध्यम से मतदान की मांग की। इस याचिका पर न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और पी.बी. वराले की पीठ के समक्ष सुनवाई हुई। पीठ ने इस पर सवाल उठाया, “जब आपने चुनाव जीते, तब EVM के बारे में क्यों कुछ नहीं बोला? केवल हार के बाद ही गड़बड़ी क्यों दिखती है?” और मतपत्रों से मतदान कराने की मांग को खारिज कर दिया।
इसके अलावा, चुनावों के दौरान पैसे, शराब या अन्य वस्तुएं बांटने वाले उम्मीदवारों पर पांच साल तक चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की गई। अगर किसी उम्मीदवार को ऐसा करते हुए पकड़ा गया, तो उस पर पांच साल तक चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का आदेश कोर्ट ने दिया।