जनगणना 2026: देश में लंबे समय से टलती आ रही जनगणना को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ी घोषणा की है। भारत सरकार ने जनगणना अधिनियम 1948 के तहत जनगणना 2026 को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। यह जनगणना दो चरणों में की जाएगी और डिजिटल माध्यम से संचालित होगी। खास बात यह है कि इस बार जातिवार जनगणना भी की जाएगी, जिसके लिए जनगणना के फॉर्म में “जाति कॉलम” जोड़ा गया है। (जनगणना 2026)
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जनगणना की समय-सीमा:
पहला चरण:
1 अक्टूबर 2026 से शुरू होगा। इसमें हिमालयी और बर्फीले राज्यों जैसे जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड को शामिल किया गया है।
दूसरा चरण:
1 मार्च 2027 से देश के बाकी सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जनगणना होगी।
डिजिटल जनगणना की तैयारी:
सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस बार जनगणना पूरी तरह डिजिटल माध्यम से की जाएगी। डेटा संग्रह के लिए मोबाइल ऐप और टैबलेट जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग किया जाएगा। हर व्यक्ति से लगभग 30 सवाल पूछे जाएंगे, जिनमें नाम, आयु, लिंग, धर्म, शिक्षा, रोजगार, घर की स्थिति, और इस बार जाति से जुड़ा एक कॉलम भी होगा।
17 जून 2024 को केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के बाद अब सभी राज्यों को जनगणना से संबंधित तैयारियाँ तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। यह पहली बार होगा जब भारत की आधिकारिक जनगणना में जातिगत विवरण को शामिल किया जाएगा।
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