चिखली-कुदलवाडी अवैध धार्मिक स्थल: चिखली, कुदलवाडी के अवैध धार्मिक स्थलों को पिंपरी चिंचवड महापालिका ने नोटिस भेजा है. इसमें चिखली कुदलवाडी व यादवनगर के विभिन्न धार्मिक स्थल शामिल है. इस नोटिस से एक तरह से खलबली मच गई है. (चिखली-कुदलवाडी अवैध धार्मिक स्थल)
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कुछ दिन पूर्व पिंपरी चिंचवड महापालिका ने चिखली, कुदलवाडी भाग के अवैध भंगार गोदाम व प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की थी. कई दिनों तक चली इस कार्रवाई में इन अवैध गोदामों पर बुलडोजर चलाकर इस परिसर को खाली कराया गया था. लेकिन इस कार्रवाई से धार्मिक स्थलों को दूर रखा गया था. अब महापालिका प्रशासन ने अपना बुलडोजर इन भागों के अवैध धार्मिक स्थलों की तरफ मोड़ दिया है.
महापालिका के निर्माण कार्य परमिशन व अवैध निर्माण कार्य नियंत्रण विभाग के पद निर्देशित अधिकारी तथा कार्यकारी अभियंता के हस्ताक्षर वाले नोटिस इन अवैध धार्मिक स्थलों को भेजे गए है.
बता दें, चिखली, कुदलवाडी में की गई कार्रवाई का काफी विरोध हुआ था और इसे लेकर कई लोग कोर्ट भी चले गए थे. इस कार्रवाई की गुंज देशभर में सुनाई दी थी. इस कार्रवाई को लेकर सांसद, विधायक, पूर्व नगरसेवकों सभी ने सवाल उठाए थे. लेकिन महानगरपालिका ने यह कार्रवाई नहीं रोकी और अपना काम जारी रखा. कई दिनों तक चली इस कार्रवाई में बड़ी मात्रा में जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया था. लेकिन उस वक्त कार्रवाई को भंगार गोदाम, अवैध दुकान, शेड्स तक ही सीमित रखा गया था. लेकिन इस कार्रवाई के दूसरे पार्ट में अवैध धार्मिक स्थलों की तरफ मनपा प्रशासन ने नजर डाली है.
धार्मिक स्थलों को नोटिस भेजकर मनपा ने अपना इरादा जाहिर कर दिया है. आने वाले समय में इन अवैध धार्मिक स्थलों के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू हो सकती है. उस वक्त इसका बड़े स्तर पर विरोध होने की संभावना जताई जा रही है. खासकर राजनीतिक दलों, नेताओं और धार्मिक संस्थाओं की तरफ से इसका विरोध होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. ऐसे में मनपा एक के बाद एक दूसरे विवाद में उलझ सकती है और उसका विकास कार्य भी प्रभावित हो सकता है. इस मामले में कोर्ट की दखल से मनपा की कार्रवाई रुक सकती है और उसे जवाब भी देना पड़ सकता है.