महायुती सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में 39 मंत्रियों ने शपथ ली। इसमें राष्ट्रवादी के नरहरी झिरवळ और बीजेपी के अशोक उईके जैसे आदिवासी विधायक शामिल हैं, जिनके शपथ लेने से अब यह चर्चा शुरू हो गई है कि आदिवासी विकास मंत्रालय किसके हाथ में जाएगा। पूर्व मंत्रिमंडल में डॉ. विजयकुमार गावित आदिवासी विकास मंत्री थे।
नरहरी झिरवल को आदिवासी विधायक दल से भारी समर्थन मिला, जिसके कारण उन्हें मंत्रिपद मिला। वहीं, यवतमाल जिले के रालेगांव से बीजेपी विधायक अशोक उईके ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है। अब यह सवाल उठ रहा है कि आदिवासी मंत्रालय बीजेपी के पास रहेगा या राष्ट्रवादी को मिलेगा।
झिरवल ने पहले ही आदिवासी मंत्रालय संभालने की इच्छा जताई थी, जबकि उईके का भी यह तीसरा चुनाव है और वे लगातार बीजेपी के निष्ठावान विधायक रहे हैं। ऐसे में दोनों के बीच मंत्रिमंडल में इस पद को लेकर प्रतिस्पर्धा होना तय है।