नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘साबरमती रिपोर्ट’ नामक फिल्म की तारीफ करते हुए कहा कि “फेक नैरेटिव ज्यादा दिन नहीं चलता, सच सामने आ ही जाता है।” यह बयान उन्होंने फिल्म के विषय और इसकी सटीकता को लेकर किया, जो साबरमती आश्रम और गुजरात के ऐतिहासिक घटनाक्रमों पर आधारित है।
पीएम मोदी ने कहा कि इस फिल्म ने उस समय के सच को उजागर किया है जब कुछ लोग जानबूझकर मिथ्याचार फैलाने का प्रयास कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह फिल्म दर्शाती है कि सच्चाई को नकारा नहीं जा सकता, और समय के साथ सभी झूठ और गलतफहमियां सामने आ जाती हैं।
‘साबरमती रिपोर्ट’ एक डॉक्यूमेंट्री-स्टाइल फिल्म है जो गुजरात के ऐतिहासिक संदर्भों को चित्रित करती है, विशेषकर साबरमती आश्रम और वहां हुई घटनाओं पर केंद्रित है। फिल्म में यह दिखाया गया है कि कैसे कुछ तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया था, जबकि वास्तविकता कुछ और थी।
पीएम मोदी ने इस फिल्म की सराहना करते हुए यह भी कहा कि यह भारत के इतिहास और संस्कृति को समझने के लिए महत्वपूर्ण है, और ऐसी फिल्में लोगों को सच्चाई से परिचित कराती हैं। उनका कहना था कि इस तरह की पहल से समाज में जागरूकता बढ़ेगी और गलत धारणाओं को समाप्त किया जा सकेगा।
प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान ने फिल्म के निर्माताओं और निर्देशकों को उत्साहित किया है, जिन्होंने इस परियोजना पर कई सालों की मेहनत की है। ‘साबरमती रिपोर्ट’ ने न केवल ऐतिहासिक तथ्यों को सही तरीके से प्रस्तुत किया है, बल्कि एक सशक्त संदेश भी दिया है कि सत्य का मार्ग हमेशा विजयी होता है।