GBS affected areas Pune: पुणे में गिलियन बैरे सिंड्रोम (GBS) के मामलों में वृद्धि को देखते हुए राज्य सरकार और पुणे नगर निगम (PMC) ने मिलकर 500 करोड़ रुपये की जलापूर्ति परियोजना शुरू करने का फैसला किया है। राज्य के वित्त मंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को इस बात की घोषणा की। (GBS affected areas Pune)
अजित पवार ने कहा, “शहरवासियों को स्वच्छ और सुरक्षित पानी उपलब्ध कराना राज्य सरकार और PMC की जिम्मेदारी है। इसलिए, सिंहगढ़ रोड के प्रभावित क्षेत्र में 500 करोड़ रुपये की जलापूर्ति परियोजना लागू की जाएगी। इसमें राज्य सरकार 250 करोड़ रुपये देगी और PMC भी 250 करोड़ रुपये का योगदान देगी।”
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) ने हाल ही में PMC को रिपोर्ट दी थी कि GBS के बढ़ते मामलों का कारण दूषित पानी है। इसके बाद, PMC ने प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के जरिए ट्रीटेड पानी की आपूर्ति शुरू की है और घर-घर जाकर पानी को शुद्ध करने के लिए रसायन वितरित किए जा रहे हैं।
अब तक पुणे नगर निगम केवल क्लोरीनयुक्त पानी की आपूर्ति कर रहा था, लेकिन NIV की रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन ने ट्रीटेड पानी की आपूर्ति पर जोर दिया है। पहले खड़कवासला डैम से पानी कुएं में डाला जाता था और वहां से प्रभावित इलाके तक सप्लाई की जाती थी। यह इलाका 2021 में पुणे नगर निगम की सीमा में जोड़ा गया था, लेकिन अब वहां स्वच्छ जल आपूर्ति को लेकर ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, जल्द ही इस 500 करोड़ रुपये की जलापूर्ति परियोजना पर काम शुरू किया जाएगा, जिससे प्रभावित इलाकों को स्वच्छ और सुरक्षित पानी की स्थायी आपूर्ति सुनिश्चित हो सके।