पहलगाम आतंकी हमले में पुणे के कौस्तुभ गणबोटे और संतोष जगदाले की मौत हो गई। कमाने वाले मुख्य व्यक्ति के चले जाने से परिवार पर बहुत दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को पुणे में उनके परिजनों से मुलाकात की। फडणवीस ने अब एक बयान में कहा है कि वे परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी दिलाने की कोशिश करेंगे।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कल कोंढवा में गणबोटे के घर और कर्वेनगर में जगदाले के घर जाकर परिजनों को सांत्वना दी। इस अवसर पर फडणवीस ने जगदाले की पत्नी प्रगति, बेटी असावरी और मां माणिकबाई जगदाले के साथ ही उनके अन्य परिजनों को सांत्वना दी और पहलगाम में हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।
अगर वहां उचित सुरक्षा होती तो लोगों की जान नहीं जाती : गणबोटे परिवार
अगर वहां उचित सुरक्षा होती तो लोगों की जान नहीं जाती, गणबोटे परिवार ने मुख्यमंत्री से शिकायत की। गनबोटे परिवार ने बताया कि हम और अन्य पर्यटक होटल के बाहर बैठे थे। गोलियों की आवाज सुनकर चीख-पुकार मच गई। पर्यटक भागने लगे, तो आतंकियों ने दूर से पर्यटकों पर फायरिंग कर दी। कौस्तुभ गनबोटे भी उनमें शामिल थे। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में उनकी मौत हो गई।
मुख्यमंत्री फडणवीस शाम करीब 4 बजे गनबोटे के निवास पर पहुंचे। उस समय राज्यमंत्री माधुरी मिसाल, विधायक योगेश तिलेकर, शहर अध्यक्ष धीरज घाटे, हर्षवर्धन पाटिल भी मौजूद थे।
सुरक्षा, आपातकालीन व्यवस्थाओं का अभाव :
मृतक के परिजनों ने बताया कि यह जानते हुए भी कि कश्मीर में हजारों पर्यटक आते हैं और यहां लगातार आतंकी हमले होते रहते हैं, सरकार ने सुरक्षा मुहैया नहीं कराई और तत्काल चिकित्सा सुविधा भी मुहैया नहीं कराई।