राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से छह वर्षों के लिए निलंबित कर दिया है। साथ ही उन्हें परिवार से भी बाहर कर दिया है। यह सख्त फैसला तेज प्रताप यादव द्वारा सोशल मीडिया पर की गई एक विवादित पोस्ट के बाद लिया गया, जिसमें उन्होंने एक महिला के साथ 12 वर्षों से प्रेम संबंध होने का दावा किया था।
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बता दें, शनिवार को तेज प्रताप यादव ने फेसबुक पर एक पोस्ट साझा की थी, जिसमें उन्होंने लिखा, “हम 12 वर्षों से साथ हैं। अब समय आ गया है कि इस सच को सबके सामने लाया जाए।” इस पोस्ट में उन्होंने एक महिला का नाम अनुष्का यादव बताया और दावा किया कि वे लंबे समय से रिश्ते में हैं।
हालांकि कुछ ही देर बाद उन्होंने वह पोस्ट हटा दी और ‘X’ (पहले ट्विटर) पर दावा किया कि उनका सोशल मीडिया अकाउंट हैक हो गया था।
37 वर्षीय तेज प्रताप यादव, लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के बड़े बेटे हैं। उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव इस समय बिहार के उपमुख्यमंत्री हैं। तेज प्रताप यादव पूर्व में बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
वर्ष 2018 में उन्होंने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा राय की नातिन ऐश्वर्या राय से विवाह किया था। हालांकि यह विवाह अधिक समय तक नहीं चला और ऐश्वर्या ने तेज प्रताप पर कई गंभीर आरोप लगाकर यादव परिवार से अलग होने का निर्णय लिया। वर्तमान में उनका तलाक मामला न्यायालय में लंबित है।
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इसके बाद लालू प्रसाद यादव ने ‘X’ पर एक आधिकारिक बयान जारी कर तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बाहर करने की घोषणा की। अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा, “निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमज़ोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूँ। अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है।”
लालू यादव ने आगे कहा, “अपने निजी जीवन का भला -बुरा और गुण-दोष देखने में वह स्वयं सक्षम है। उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे वो स्वविवेक से निर्णय लें। लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती रहा हूँ। परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सावर्जनिक जीवन में इसी विचार को अंगीकार कर अनुसरण किया है। धन्यवाद।”