मुंबई : (Mock Polling) राज्य के विधानसभा चुनाव नतीजों को लेकर शक जताया जा रहा है। सोलापुर जिले के मालशिरस तालुका के मारकडवाड़ी गांव में चुनाव परिणामों के बाद मॉक पोलिंग (Mock Polling) कराने का फैसला लिया गया था। हालांकि, पुलिस ने विरोध किया, जिसके बाद मॉक पोलिंग ( Mock Polling ) रद्द कर दिया गया। इस घटना के बाद यह मुद्दा चर्चा में आ गया।
शरद पवार मारकडवाड़ी जाएंगे और राहुल गांधी भी इस गांव का दौरा करेंगे, ऐसी जानकारी है। आज विधानमंडल परिसर में महाविकास आघाड़ी के नेताओं ने इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट किया।
आदित्य ठाकरे ने कहा, “जब कोई सरकार इतनी बड़ी जीत के साथ आती है, तो जश्न होता है। लेकिन राज्य में ऐसा कुछ भी नहीं दिखता। सवाल उठता है कि यह बहुमत जनता ने दिया है या ईवीएम और चुनाव आयोग ने? मारकडवाड़ी के लोगों ने मॉक पोलिंग की मांग की, लेकिन इसे होने नहीं दिया गया। जनता का सम्मान रखते हुए हमने आज शपथ नहीं ली। कल हम शपथ लेंगे।”
जितेंद्र आव्हाड ने क्या कहा?
जितेंद्र आव्हाड ने कहा, “मारकडवाड़ी में कुछ लोगों को कल रात गिरफ्तार किया गया। हमें जीत भी मिली होती, तब भी आज शपथ नहीं लेते। महाराष्ट्र को इस नतीजे पर भरोसा नहीं है। मारकडवाड़ी के लोगों ने बैलट पेपर पर चुनाव कराने का फैसला किया। इसमें चुनाव आयोग या पुलिस की क्या भूमिका होनी चाहिए? अगर गांव ने लोकतांत्रिक तरीके से फैसला लिया है, तो सरकार इसे कुचलने का काम क्यों कर रही है? यह सरकार लोकतांत्रिक तरीके से नहीं चुनी गई है।”
नाना पटोले ने क्या कहा?
नाना पटोले ने कहा, “हम वरिष्ठ नेताओं से बात करके फैसला लेंगे। राज्य की जनता का मानना है कि यह सरकार जनमत से नहीं, चोरी किए गए वोटों से बनी है। सरकार को मॉक पोलिंग की इजाजत देनी चाहिए थी। मारकडवाड़ी के लोगों की भावना और जनमत को समझा जाना चाहिए था।”