आगरा : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने आगरा में आयोजित एक कार्यक्रम में हिंदुओं की घटती जनसंख्या पर चिंता जताई। उन्होंने युवा हिंदू दंपतियों से कम से कम तीन बच्चे पैदा करने की अपील की। भागवत ने कहा कि किसी कानून ने हिंदुओं को अधिक बच्चे पैदा करने से नहीं रोका है। उन्होंने जनसंख्या असंतुलन को संस्कृति और समाज के लिए खतरा बताया।
भागवत ने यह भी कहा कि समाज को अपनी परंपराओं और भाषा की रक्षा के लिए जनसंख्या को स्थिर रखना होगा। उनके इस बयान पर विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी जैसे दलों ने इस पर सवाल उठाए हैं, वहीं कुछ हिंदू संगठनों ने उनका समर्थन किया है।
यह बयान उस समय आया है, जब देश में जनसंख्या नियंत्रण और संसाधनों के वितरण पर बहस जारी है। भागवत के इस सुझाव ने जनसंख्या नियंत्रण नीति और “छोटा परिवार सुखी परिवार” की अवधारणा को लेकर नई बहस छेड़ दी है।