वैष्णवी हगवणे केस में नया खुलासा: वैष्णवी हगवणे की आत्महत्या का मामला राज्यभर में चर्चा का विषय बन चुका है। बुधवार को पुणे कोर्ट में हुई सुनवाई के बाद हगवणे परिवार के वकीलों ने मीडिया से बातचीत की। उस दौरान वैष्णवी के चरित्र पर सवाल उठाए और दावा किया कि उसके फोन से आपत्तिजनक चैट्स मिली थी। वहीं, वैष्णवी के पिता अनिल कस्पटे ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि अब जब बेटी इस दुनिया में नहीं है, तो उसके चरित्र पर उंगली उठाना निंदनीय है। (वैष्णवी हगवणे केस में नया खुलासा)
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अनिल कस्पटे ने कहा कि वैष्णवी को उन्होंने मोबाइल खरीदकर दिया था। इसके बाद शशांक ने भी मोबाईल की मांग की, तो उसको भी उन्होंने 1.5 लाख रुपये का फोन दिलाया था, जिसकी ईएमआई वो अब तक भर रहे हैं। 18 सितंबर 2024 को शशांक ने वैष्णवी को वाकड स्थित एक शोरूम में बुलवाया और वहां उनसे फोन की मांग की, जो उन्होंने पूरी की।
दहेज के लिए फॉर्च्यूनर कार की मांग, नहीं मानी तो दी धमकी – पिता का आरोप
अनिल कस्पटे ने आरोप लगाया कि शादी से पहले हगवणे परिवार ने फॉर्च्यूनर गाड़ी की मांग की और न मिलने पर शादी तोड़ने की धमकी दी। उन्होंने बताया कि पहले MG Hector बुक की गई थी लेकिन हगवणे परिवार के दबाव में उसे कैंसिल कर फॉर्च्यूनर दी गई। साथ ही शादी के बाद भी दहेज के रूप में चांदी के बर्तन जैसे महंगे तोहफों की मांग की गई।
“मौत से पहले 5-6 दिन तक बेटी को पीटा गया था”
अनिल कस्पटे ने कहा कि वैष्णवी जब 10 मई को मायके आई थी तो उसने बताया था कि उसे शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। 11 मई को उसे फोन आया और वह ससुराल लौट गई। अनिल कस्पटे ने कहा कि उनकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं रही, लेकिन कम से कम उसकी इज्जत तो रहने दीजिए। उसके नाम पर कीचड़ न उछाला जाए।
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