सांस लेना हुआ मुश्किल
दिल्ली: एनसीआर की वायु गुणवत्ता बेहद खराब स्थिति में पहुंच गई है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) कई इलाकों में 450 के पार है। आनंद विहार में AQI 473, अशोक विहार में 471, और बवाना में 455 तक रिकॉर्ड किया गया है। दिल्ली का औसत AQI 409 है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। प्रदूषण के कारण स्मॉग की मोटी चादर छाई हुई है, जिससे दृश्यता भी कम हो गई है।
स्वास्थ्य पर पड़ रहा गहरा असर
लोग आंखों में जलन, गले में दर्द, सांस लेने में कठिनाई और खांसी जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि यह स्थिति बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष रूप से खतरनाक है। विशेषज्ञों ने जनता को घर के अंदर रहने और बाहर जाने पर मास्क पहनने की सलाह दी है।
प्रदूषण के कारण
1. वाहनों का धुआं और औद्योगिक उत्सर्जन।
2. पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के मामले।
3. दिल्ली में कम होती हवा की गति और बढ़ती आर्द्रता, जिससे प्रदूषक वातावरण में बने रहते हैं।
सरकारी कदम और आलोचना
सरकार ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा चरण लागू किया है, जिसमें निर्माण कार्यों पर पाबंदी और ट्रकों के प्रवेश पर रोक शामिल है। हालांकि, विपक्ष ने इसे अपर्याप्त बताते हुए अरविंद केजरीवाल की सरकार की आलोचना की है, खासतौर पर पराली जलाने और शहर के भीतर के प्रदूषण स्रोतों पर नियंत्रण की कमी को लेकर।स्थिति को गंभीरता से लेते हुए पर्यावरणविद और स्वास्थ्य विशेषज्ञ समाधान के लिए समग्र कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।