पुणे-सोलापुर राजमार्ग: करोड़ों रुपये खर्च करके नवीनीकरण किया गया पुणे-सोलापुर राजमार्ग महज आठ महीने में ही उखड़ गया है, जिससे यात्रियों में तीव्र रोष व्याप्त है. सड़क की हालत बद से बदतर हो गई है, और जगह-जगह गिट्टी बिखरी होने से दुर्घटनाओं को न्योता मिल रहा है. नागरिकों का आरोप है कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण जनता के करोड़ों रुपये बर्बाद हो गए हैं. (पुणे-सोलापुर राजमार्ग)
हड़पसर स्थित रवि दर्शन सोसायटी से मांजरी फार्म और आगे फुरसुंगी फाटा के बीच पुणे-सोलापुर राजमार्ग का डामरीकरण किया गया था. चौंकाने वाली बात यह है कि जब पिछली सड़क अच्छी स्थिति में थी, तब भी उसका नवीनीकरण किया गया. इस पर करोड़ों रुपये का फंड खर्च किया गया. लेकिन हल्की बारिश में आठ महिने में बनी सड़क पूरी तरह से उखड़ गई है. इससे साफ है कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण विभाग द्वारा खर्च किए गए करोड़ों रुपये व्यर्थ चले गए हैं.
तत्कालीन सार्वजनिक निर्माण मंत्री रवींद्र चव्हाण ने पुणे-सोलापुर राष्ट्रीय राजमार्ग के डामरीकरण के काम की गुणवत्ता घटिया होने की बात स्वीकार की थी, यह खास बात है. विधानसभा सत्र के दौरान विधायक भीमराव तापकीर द्वारा पूछे गए एक तारांकित प्रश्न के उत्तर में चव्हाण ने यह जानकारी दी थी. उस समय यह बताया गया था कि काम के दौरान भारी यातायात के कारण कुछ जगहों पर गिट्टी निकल गई थी. उन्होंने बताया था कि संबंधित ठेकेदार द्वारा सड़क को फिर से ठीक किया जाएगा. लेकिन आज हकीकत में, हल्की बारिश में ही इस काम की पोल खुल गई है, जिससे किए गए दावों की सच्चाई सामने आ गई है.
आठ-नौ महीने पहले, रविदर्शन से मांजरी फार्म के बीच अनावश्यक रूप से राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा करोड़ों रुपये खर्च करके इस सड़क का काम शुरू किया गया था. भारतीय जनता पार्टी, पुणे जिले के महासचिव राहुल शेवाले ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की अधिकारी श्रुति नाइक से प्रत्यक्ष मिलकर पत्र के माध्यम से शिकायत की थी कि ठेकेदार द्वारा काम बेहद घटिया तरीके से किया जा रहा है. काम का निरीक्षण कर ठेकेदार को बेहतर काम करने के लिए भी कहा गया था, लेकिन अधिकारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया. जिसका परिणाम आज की स्थिति से दिख रहा है. शेवाले के अनुसार, केवल अधिकारियों की लापरवाही के कारण जनता के करोड़ों रुपये पानी में बह रहे हैं.