Sangee Movie Review: बॉलीवुड में दोस्ती पर आधारित कई फिल्में बन चुकी हैं, जो दर्शकों का दिल जीतने में सफल रही हैं। इसी कड़ी में एक और फिल्म ‘संगी’ ने सिनेमाघरों में दस्तक दी है। यह फिल्म 17 जनवरी को रिलीज हुई और दर्शकों से फ़िल्म को काफी अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। फिल्म की टैगलाइन है, “अगर दोस्तों के बीच इंटरेस्ट आ गया, तो दोस्ती में इंटरेस्ट खत्म हो जाता है” फिल्म की कहानी भी कुछ इसी पर आधारित है।
फिल्म में शारिब हाशमी एक बिजनेसमैन की भूमिका में हैं, श्यामराज पाटिल ने अखिल का किरदार निभाया है, और संजय बिश्नोई करण के रूप में नजर आ रहे हैं। ये तीनों बचपन के दोस्त हैं, जिनकी दोस्ती इस कहानी का मुख्य आधार है। कहानी एक बिजनेसमैन दोस्त की है, जिसे पैसों की सख्त जरूरत होती है। वह अपने ही दोस्तों से बिना ब्याज के कर्ज लेने की योजना बनाता है।
जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है, फ़िल्म की कहानी हल्की-फुल्की कॉमेडी से थोड़ा सीरियस मोड़ लेती है। फ़िल्म में यह देखना दिलचस्प होता है कि, क्या बमन अपने दोस्तों को पैसे वापस देगा? क्या पैसों की वजह से उनकी दोस्ती टूट जाएगी? और क्या उनकी बचपन की दोस्ती पहले जैसी रह पाएगी? फिल्म की कहानी सरल और भावनात्मक है, जिससे दर्शक आसानी से जुड़ जाते हैं।
फिल्म में शारिब हाशमी के अभिनय को काफी सराहा गया है। श्यामराज पाटिल और संजय बिश्नोई ने भी अपने-अपने किरदारों को बखूबी निभाया है। विद्या मालवडे ने भावपूर्ण प्रदर्शन किया है, और अक्षय मोरे दर्शकों के बीच काफ़ी लोकप्रिय हो रहे हैं।
निर्देशक सुमित कुलकर्णी ने फिल्म को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया है। कहानी को सरलता और सहजता के साथ बुना गया है, जो दर्शकों को हंसाते-हंसाते सोचने पर भी मजबूर कर देती है। फिल्म के निर्माता रोहन भोसले हैं और पटकथा विजय सिंह थोपटे ने लिखी है। सिनेमैटोग्राफी की जिम्मेदारी सोपान पुरंदरे ने संभाली है, जो फिल्म को एक अलग दृष्टिकोण देता है।
‘संगी’ एक मनोरंजक कॉमेडी-ड्रामा है, जो दोस्ती, भरोसे और भावनाओं के कई पहलुओं को छूती है। हल्की-फुल्की कहानी के साथ यह फिल्म दर्शकों को हंसाने के साथ-साथ सोचने पर भी मजबूर करती है। यदी आपको दोस्ती, कॉमेडी ड्रामा पसंद हैं तो संगी आप के लिए एक फुलहाउस एंटरटेइनिंग पॅकेग हैं। (Sangee Movie Review)