राज्य में विधानसभा चुनाव के परिणाम आने से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। जहां एक ओर गठबंधन सरकार के गठन की चर्चा हो रही है, वहीं मुख्यमंत्री पद को लेकर महाविकास आघाड़ी और महायुती के नेताओं के बीच विचार-विमर्श जारी है। इस बीच, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने एक बयान दिया है।
संजय राऊत ने कहा, “मुख्यमंत्री पद का निर्णय महाराष्ट्र में ही लिया जाएगा। दिल्ली से आए नेता यहां की स्थिति को समझकर ही इस मुद्दे पर कोई कदम उठाएंगे।” राऊत ने यह भी स्पष्ट किया कि शरद पवार और उद्धव ठाकरे दोनों ही मुंबई में हैं, और यहां ही निर्णय लिया जाएगा। उनका कहना था कि यदि दिल्ली से कोई हस्तक्षेप करने का प्रयास करता है, तो उन्हें इसका विरोध किया जाएगा।
संजय राऊत ने चुनावी सर्वेक्षणों पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “कुछ दिनों पहले यह कहा जा रहा था कि महाविकास आघाड़ी को केवल 10 सीटें मिलेंगी, लेकिन हमें 31 सीटें मिलीं। इन सर्वेक्षणों पर हमारा विश्वास नहीं है।” उन्होंने कहा कि 26 नवंबर तक सरकार का गठन होगा।
इसके अलावा, राऊत ने यह आरोप भी लगाया कि महायुती ने अपने गठबंधन में शामिल निर्दलीय उम्मीदवारों को भारी रकम की पेशकश की है। उन्होंने कहा, “एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस को बिना पैसे के नींद नहीं आती। वे अपक्ष उम्मीदवारों को 50 से 100 करोड़ रुपये की पेशकश कर रहे हैं।”
संजय राऊत ने कहा कि चुनावी परिणामों से पहले इस तरह की गतिविधियों पर चुनाव आयोग को ध्यान देना चाहिए। उनके मुताबिक, मतदान में अचानक वृद्धि सवाल खड़े करती है, और यह मुद्दा चुनाव आयोग से स्पष्टीकरण मांगने का है।