Sarang Punekar Suicide: सारंग पुणेकर जो सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय (SPPU) की पहली ट्रांसजेंडर छात्रा (First Transgender student) थीं।उसने बुधवार को राजस्थान में आत्महत्या की (SARANG PUNEKAR SUICIDE)। वह केवलं 30 वर्ष की थीं।उसका अंतिम संस्कार पुणे में गुरुवार को किआ गया।
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सारंग पुणेकर (SARANG PUNEKAR) राजस्थान में ट्रांसजेंडर समुदाय के बीच रहकर उनके लिए काम कर रही थीं। पुणे की स्वतंत्र लेखिका अश्विनी साठव (ASHWINI SATHAYE) ने बताया कि हमने उन्हें वापस आने के लिए कहा था।
सारंग पुणेकर (SARANG PUNEKAR) बाबा साहेब अंबेडकर (BABA SAHEB AMBEDKAR) के विचारों की समर्थक थीं और उन्होंने NRC और CAA के खिलाफ भी आवाज उठाई थी। SPPU की महिला अध्ययन विभाग की प्रमुख डॉ. अनुराधा तांबे ने कहा, “SPPU में पहली ट्रांसजेंडर छात्रा के रूप में उनकी उपस्थिति हमारे लिए एक अद्वितीय अनुभव थी, चाहे वह अकादमिक दृष्टिकोण से हो या प्रशासनिक दृष्टिकोण से।”