राज्य परिवहन महामंडल (एसटी) शिवशाही बस सेवा को बंद करने पर विचार कर रहा है। बढ़ते हुए हादसों और तकनीकी खामियों के कारण इस बस सेवा की कार्यक्षमता पर सवाल उठने लगे हैं। हाल ही में गोंदिया में हुए एक भयंकर हादसे में 11 यात्रियों की मौत हो गई थी। इससे पहले भी कुछ हादसों में शिवशाही बस का नाम शामिल रहा था। इन घटनाओं के बाद एसटी प्रशासन ने इन बसों की जांच शुरू की है, और तकनीकी दोष पाए जाने पर इन बसों में सुधार करने का निर्णय लिया है। सुधार के बाद, शिवशाही बसें सामान्य लालपरी बसों में परिवर्तित हो जाएंगी।
शिवशाही बस सेवा 10 जून 2017 को मुंबई-राजगिरी मार्ग पर शुरू की गई थी, जो तत्कालीन परिवहन मंत्री दिवाकर रावते की पहल पर शुरू हुई थी। अब इस सेवा को बंद करने का प्रस्ताव सामने आया है, और इसके अंतिम निर्णय जल्द ही लिया जा सकता है। एसटी प्रशासन को इस बदलाव के बाद नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जबकि ग्राहकों पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा।