हल्दी भारतीय मसालों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है, जिसका उपयोग हजारों वर्षों से आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में किया जा रहा है। हल्दी के स्वास्थ्य लाभों को लेकर इंटरनेट पर कई दावे किए जाते हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि हल्दी में मौजूद करक्यूमिन, जो एक एंटी-ऑक्सीडेंट है, शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) की मात्रा को कम करने में मदद करता है और रक्तवाहिनियों के स्वास्थ्य में सुधार करता है। इसके कारण, हल्दी के पानी के सेवन से दिल के रोगों और स्ट्रोक का खतरा कम हो सकता है।
अब डॉक्टर ने खुद इस दावे की सत्यता पर बात की है। करक्यूमिन, जो हल्दी का एक प्राकृतिक यौगिक है, खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है और कोलेस्ट्रॉल के ऑक्सिडेशन को रोकता है, जिससे रक्तवाहिनियों में रुकावटें और रक्त प्रवाह की समस्याएं कम होती हैं। इसके परिणामस्वरूप, रक्त प्रवाह सुधरता है और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा कम हो सकता है।
डॉक्टरों का कहना है, “हल्दी के पानी का नियमित सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। हल्दी में दाहक-विरोधी (एंटी-इंफ्लेमेटरी) और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो रक्तदाब को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और रक्तवाहिनियों की सूजन को कम करते हैं।”