वैष्णवी हगवणे मृत्यु मामला: वैष्णवी हगवणे आत्महत्या मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी निलेश चव्हाण को पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस ने नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। (वैष्णवी हगवणे मृत्यु मामला: फरार आरोपी निलेश चव्हाण नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार)
व्हाट्सएप पर लेटेस्ट अपडेट चैनल को आज ही फॉलो करें:
https://whatsapp.com/channel/0029Vb2Z6498F2pHMwM9YA1S
पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय की 5 विशेष टीमें लगातार निलेश चव्हाण की तलाश में जुटी थीं। पुलिस द्वारा महाराष्ट्र के पुणे, मुंबई, कोकण, गोवा और कर्नाटक समेत कई राज्यों और सीमावर्ती इलाकों में जांच की जा रही थी। आखिरकार, नेपाल सीमा के पास स्थित एक लॉज से पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। निलेश चव्हाण पर आरोप है कि उसने वैष्णवी हगवणे की रहस्यमयी मौत के बाद उसके नौ महीने के बच्चे को अवैध रूप से अपने पास रखा था और वैष्णवी के घरवालों को भी धमकाया था। निलेश चव्हाण को हगवणे परिवार का करीबी माना जाता है और उस पर न्यायिक प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश करने का आरोप भी है।
बता दें, पुणे न्यायालय ने हाल ही में निलेश चव्हाण के खिलाफ स्टैंडिंग वारंट जारी किया था। साथ ही, पुलिस को उसकी संपत्ति जब्त करने की अनुमति भी दी गई थी। इसके साथ ही उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LOC) भी जारी किया गया था, जिससे वह देश की सीमाओं से बाहर न जा सके। गिरफ्तारी के बाद अब आरोपी निलेश चव्हाण को आज रात कड़ी सुरक्षा के बीच पुणे लाया जाएगा। इसके बाद उसे अदालत में पेश किया जाएगा, जहां आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
वैष्णवी हगवणे की मौत ने राज्यभर में आक्रोश पैदा किया है। यह मामला घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना और महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है। वैष्णवी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद न्याय की मांग तेज हो गई थी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले की जांच अभी भी जारी है और आने वाले दिनों में और भी नए खुलासे हो सकते हैं।
वैष्णवी हगवणे केस में नया खुलासा: मासूम को दिए गए नींद के इंजेक्शन? कमर पर मिले चोट के निशान