वैष्णवी हगवणे आत्महत्या प्रकरण ने पूरे महाराष्ट्र को झकझोर कर रख दिया है। 9 महीने के बच्चे की मां वैष्णवी ने आत्महत्या जैसा गंभीर कदम उठाया, जिससे समाज में दहेज प्रथा जैसी कुप्रथाओं पर फिर से बहस शुरू हो गई है। इस मामले की जांच के दौरान हगवणे परिवार के खिलाफ दहेज की मांग और उनके संपन्न जीवनशैली को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। वैष्णवी हगवणे आत्महत्या प्रकरण). बता दें पुलिस ने इस मामले में अभी तक राजेंद्र हगवणे (ससुर), शशांक हगवणे (पति), लता हगवणे (सास), सुशील हगवणे (देवर), और करिश्मा हगवणे (ननद) को गिरफ्तार कर लिया है। यह परिवार पुणे के पास मुलशी तहसील के भुकूम गांव में रहता है और अब पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना हुआ है।
शानदार शादी, भारी भरकम दहेज की मांग
शशांक और वैष्णवी की शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें शादी की भव्यता दिखाई दे रही है। बताया गया है कि इस शादी पर कई करोड़ रुपये खर्च किए गए। शादी समारोह में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की भी उपस्थिति रही, और एक फोटो में वे फॉर्च्यूनर SUV की चाबी शशांक को सौंपते दिख रहे हैं। वैष्णवी के माता-पिता कास्पटे परिवार ने दहेज में 51 तोला सोना, 7 किलो चांदी के बर्तन और नई फॉर्च्यूनर कार दी थी। बावजूद इसके, हगवणे परिवार ने जमीन खरीदने के लिए अतिरिक्त ₹2 करोड़ की मांग की थी। वैष्णवी के माता-पिता के अनुसार, उनकी बेटी को बार-बार मायके भेजा जाता था ताकि पैसे की मांग की जा सके। उन्होंने कई बार ₹50,000 से ₹75,000 तक की रकम दी, और पिछले महीने ही शशांक के लिए ₹1.5 लाख का मोबाइल फोन भी खरीदा था।
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हगवणे परिवार की कमाई का स्रोत क्या है?
इतनी संपत्ति और दहेज की लालच के पीछे हगवणे परिवार की आय का स्रोत अब जांच के घेरे में है। अब तक जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार, राजेंद्र हगवणे राजनीति में सक्रिय हैं और कई चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि कभी सफल नहीं हुए। उनके राजनीतिक संबंधों के कारण गांव में उनका प्रभाव है। शशांक और सुशील, दोनों भाई निर्माण (construction) व्यवसाय से जुड़े हैं। निलेश चव्हाण, जो इस मामले में आरोपी है और अभी फरार है, ने वैष्णवी की मौत के बाद उसकी 9 महीने की बच्ची को अवैध रूप से रखा था। वह भी रियल एस्टेट से जुड़ा हुआ है। खेती और वॉशिंग सेंटर भी उनकी आय का प्रमुख स्रोत बताया गया है। करिश्मा हगवणे, जो राजेंद्र और लता की बेटी है, पुणे के कोथरूड क्षेत्र में फैशन डिजाइनर है और उसका कपड़ों का बुटीक है।
जांच जारी, आर्थिक लेन-देन की हो रही पड़ताल
इस मामले में सभी पांचों आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस अब हगवणे परिवार की वित्तीय लेन-देन और संपत्ति के स्रोतों की गहनता से जांच कर रही है। आने वाले दिनों में इस मामले में और बड़े खुलासे हो सकते हैं।