महाराष्ट्र में महायुती को स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद गुरुवार, 5 दिसंबर को शाम 5 बजे मुंबई में शपथ ग्रहण समारोह होगा। इस पृष्ठभूमि में पुणे शहर, पिंपरी-चिंचवड़ और जिले से किसे मंत्री पद मिलेगा, इस पर राजनीतिक हलकों में चर्चाएं जोरों पर हैं। पुणे जिले से प्रमुख दावेदारों में बारामती के अजित पवार का नाम उपमुख्यमंत्री पद के लिए लगभग तय माना जा रहा है। इसके अलावा, आंबेगांव के दिलीप वळसे पाटील और कोथरूड के चंद्रकांत पाटील के नाम भी मंत्री पद के लिए चर्चा में हैं।
राज्यमंत्री पद के संभावित दावेदारों में पर्वती की माधुरी मिसाल, पुणे कैंटोनमेंट के सुनील कांबले, इंदापुर के दत्तात्रेय भरणे, दौंड के राहुल कुल, मावल के सुनील शेलके और भोसरी के महेश लांडगे के नाम शामिल हैं। शिंदे गुट की ओर से पुरंदर के विजय शिवतारे को भी मंत्री पद मिलने की संभावना जताई जा रही है। जिले के 21 विधायकों में से 18 विधायक महायुती के हैं, जबकि दो विधायक महाविकास आघाड़ी के और एक निर्दलीय हैं। ऐसे में महायुती सरकार में भाजपा, शिंदे गुट और अजित पवार गुट को समान प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की जा रही है।
भाजपा की ओर से चंद्रकांत पाटील का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। साथ ही अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित पुणे कैंटोनमेंट से विजयी सुनील कांबले को भी मंत्री पद मिलने की संभावना है। राष्ट्रवादी कांग्रेस के अजित पवार गुट से दिलीप वळसे पाटील, दत्तात्रेय भरणे और सुनील शेलके के नाम भी मंत्री पद के लिए चर्चा में हैं। अब शपथ ग्रहण से पहले अंतिम निर्णय क्या होता है, इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।