मुंबई : (Sanjay Raut) शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने ‘मुख्यमंत्री लाडकी बहन योजना’ को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने हाल ही में मीडिया से बातचीत में कहा कि इस योजना का बोझ सरकार की तिजोरी पर पड़ रहा है, इसलिए इसे बंद करना चाहिए। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि सरकार अब इस योजना को लेकर नई रणनीति बना रही है।
योजना से महायुती को फायदा
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुती को स्पष्ट बहुमत मिला। इस सफलता में ‘मुख्यमंत्री लाडकी बहन योजना‘ गेमचेंजर साबित हुई। इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये दिए गए, जिससे महिलाओं का समर्थन महायुती को मिला। अब सरकार ने वादा किया है कि हर महीने 2100 रुपये दिए जाएंगे। लेकिन चुनाव के बाद इस योजना के मानदंडों में बड़े बदलाव की चर्चा हो रही है।
“बिना शर्त पैसे देना मत खरीदने का प्रयास था”
संजय राउत (Sanjay Raut) ने आरोप लगाया कि सरकार ने बिना किसी जांच-पड़ताल के 1500 रुपये का भुगतान किया, जिसका उद्देश्य महिलाओं का वोट खरीदना था। उन्होंने कहा, “यह एक रिश्वत थी। उस समय सरकार ने किसी नियम, कागजात या मानदंड का ध्यान नहीं रखा। उनका एकमात्र उद्देश्य था वोट हासिल करना।”
“कमाई करने वाली महिलाओं को भी मिला लाभ”
राउत ने यह भी बताया कि योजना के तहत कई कामकाजी महिलाओं को भी पैसे दिए गए, जिनका वेतन अच्छा है और जो बड़े ऑफिसों में काम करती हैं। उन्होंने कहा, “यह योजना गरीब और सामान्य महिलाओं के लिए थी, खासकर उन महिलाओं के लिए जिनके पास आय का कोई साधन नहीं है। लेकिन मुंबई और अन्य शहरी इलाकों की कामकाजी महिलाओं ने भी इसका लाभ उठाया।”
“योजना बंद करने की तैयारी”
संजय राउत ने कहा, “अब सरकार को अहसास हो रहा है कि यह योजना सरकार की तिजोरी पर भारी पड़ रही है। इसलिए इसे बंद करने की कवायद शुरू हो गई है। हमारी केवल यही प्रार्थना है कि जिन महिलाओं को पैसे दिए गए हैं, उनसे वापस न लिए जाएं। नोटिस भेजकर पैसे जमा करने को मत कहें। आप कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन इस मामले पर हमारी नजर है।”