रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता हेमंत सोरेन ने आज चौथी बार झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित किया गया, जिसमें कई विपक्षी दलों के प्रमुख नेता शामिल हुए। राज्यपाल संतोष गंगवार ने उन्हें शपथ दिलाई।
चुनावी सफर और जीत
हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम ने 2024 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, राजद और अन्य सहयोगी दलों के साथ मिलकर “इंडिया” गठबंधन के तहत शानदार जीत हासिल की। गठबंधन ने 81 सीटों वाली विधानसभा में 56 सीटें जीतीं, जिसमें अकेले जेएमएम ने 34 सीटों पर जीत दर्ज की। यह जीत आदिवासी अधिकारों और स्थानीय मुद्दों पर केंद्रित अभियान का परिणाम मानी जा रही है।
हेमंत सोरेन का सफर
2013 में झारखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री बनने वाले हेमंत सोरेन का राजनीतिक सफर चुनौतियों से भरा रहा है। उन्होंने 2019 में दूसरी बार मुख्यमंत्री पद संभाला और अब चौथी बार इस पद पर आसीन हुए हैं। उनकी सरकार ने आदिवासी भूमि संरक्षण और स्थानीय विकास के मुद्दों को प्राथमिकता दी है। 2022 में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें कानूनी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन जनता के समर्थन के कारण वे मजबूत होकर वापसी करने में सफल रहे।
भविष्य की योजनाएँ
हेमंत सोरेन ने अपने नए कार्यकाल के दौरान आदिवासी अधिकारों के संरक्षण, औद्योगिक विकास, और रोजगार सृजन को प्राथमिकता देने का संकल्प लिया है। उनकी सरकार “अबुआ सरकार” के तहत झारखंड को प्रगति की नई दिशा देने की योजना बना रही है।
यह शपथ ग्रहण झारखंड की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।