अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में अवैध प्रवासियों पर बड़ी गाज गिरने वाली है क्यों की डोनाल्ड ट्रंप, जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति थे तब अपने प्रशासन के दौरान इमिग्रेशन पॉलिसी को लेकर सख्त रुख अपनाने के लिए जाने जाते थे। उनकी नीतियों में विशेष रूप से अनधिकृत प्रवासियों (illegal immigrants) के खिलाफ कार्रवाई पर जोर दिया गया था। हाल ही में,अब डोनाल्ड ट्रंप दोबारा सत्ता में हैं, तो उनके डिपोर्टेशन प्लान और इमिग्रेशन संबंधी कड़े कदमों को लेकर चर्चा हो रही है। आइए इस संदर्भ में विस्तार से समझते हैं कि उनका डिपोर्टेशन प्लान क्या है, इसका भारतीय प्रवासियों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है, और 1798 के एलियन एंड सेडिशन एक्ट का क्या महत्व है।
डोनाल्ड ट्रंप का डिपोर्टेशन प्लान
डोनाल्ड ट्रंप की इमिग्रेशन पॉलिसी का मुख्य उद्देश्य “अमेरिका फर्स्ट” नीति पर आधारित है।
1. अनधिकृत प्रवासियों का निष्कासन: ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका में अवैध तरीके से रहने वाले लाखों प्रवासियों को निकालने के लिए बड़े पैमाने पर डिपोर्टेशन ऑपरेशन चलाए जाएंगे।
2. एच-1बी वीजा पर सख्ती: एच-1बी वीजा, जो भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स के लिए प्रमुख है, को लेकर ट्रंप प्रशासन ने पहले भी कड़े नियम लागू किए थे।
3. शरणार्थी नीति में बदलाव: शरणार्थियों और शरण मांगने वालों पर कड़ी निगरानी और उनके आवेदनों को खारिज करने की संभावना है।
4. बॉर्डर सिक्योरिटी: मैक्सिको सीमा पर दीवार बनाने और प्रवासियों को रोकने के लिए कड़े कदमों की योजना।
भारतीय प्रवासियों पर प्रभाव
1.एच-1बी और ग्रीन कार्ड वीजा: भारतीय प्रवासी, विशेष रूप से आईटी सेक्टर के पेशेवर, अमेरिका के वर्क वीजा कार्यक्रम का एक बड़ा हिस्सा हैं। ट्रंप की नीति से इन वीजा की प्रक्रिया लंबी और जटिल हो सकती है, जिससे भारतीयों को परेशानी होगी।
2. डिपोर्टेशन का खतरा: अनियमित कागजात वाले भारतीय प्रवासी ट्रंप की सख्त नीतियों के तहत निष्कासन (deportation) के खतरे में आ सकते हैं।
3. परिवार पुनर्मिलन वीजा: ट्रंप परिवार आधारित इमिग्रेशन प्रणाली में कटौती करना चाहते हैं, जो भारतीय परिवारों को प्रभावित कर सकता है।
4. अमेरिकी अर्थव्यवस्था और भारतीय समुदाय: भारतीय प्रवासी अमेरिकी अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। अगर ट्रंप की नीतियों से भारतीय पेशेवरों पर अंकुश लगता है, तो इससे अमेरिका और भारत दोनों को नुकसान हो सकता है।
1798 का एलियन एंड सेडिशन एक्ट
एलियन एंड सेडिशन एक्ट 1798 में अमेरिका में चार कानूनों का एक समूह था। इसका मुख्य उद्देश्य अमेरिका में बाहरी प्रभावों को रोकना और सरकार की आलोचना करने वाले लोगों पर कड़ा नियंत्रण स्थापित करना था।
1. एलियन एक्ट: राष्ट्रपति को अधिकार दिया गया कि वह किसी भी गैर-अमेरिकी नागरिक को देश से निष्कासित कर सकता है, अगर वह सुरक्षा के लिए खतरा माने।
2. सेडिशन एक्ट: सरकार की आलोचना करने वाले किसी भी व्यक्ति पर जुर्माना या जेल की सजा का प्रावधान।
3. नेचुरलाइजेशन एक्ट: नागरिकता प्राप्त करने के लिए अमेरिका में निवास की अवधि 5 से बढ़ाकर 14 वर्ष कर दी गई।
इसका भारत और अन्य देशों पर प्रभाव
1.भारत: भारतीय प्रवासियों के लिए कड़े वीजा नियम और ट्रंप की एलियन नीति से नौकरी और स्थायित्व पर असर पड़ सकता है।अमेरिका में भारतीय छात्रों की संख्या भी प्रभावित हो सकती है।
2. अन्य देश: विकासशील देशों से आए प्रवासियों पर खास तौर पर असर पड़ेगा।अमेरिका में रह रहे मेक्सिको और दक्षिण अमेरिकी देशों के प्रवासी सबसे अधिक प्रभावित होंगे।
3. अंतरराष्ट्रीय संबंध: ट्रंप की नीतियों से कई देशों के साथ अमेरिका के संबंध तनावपूर्ण हो सकते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां इमिग्रेशन पर सख्त नियंत्रण के लिए जानी जाती हैं। यह नीति भारतीयों और अन्य प्रवासियों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है। भारतीय समुदाय, जो अमेरिका में एक मजबूत उपस्थिति रखता है, इन नीतियों से सीधे प्रभावित हो सकता है।
इसलिए, भारतीय सरकार और प्रवासियों को ट्रंप के संभावित डिपोर्टेशन प्लान और इसके प्रभावों के लिए तैयार रहना चाहिए। इसके साथ ही, अमेरिकी प्रशासन को यह समझने की आवश्यकता है कि प्रवासी समुदाय अमेरिका की प्रगति और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।